Mehendi Lagi (Hindi)
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
भीगता रहा मैं इन आँसुओं की
भीगता रहा मैं इन आँसुओं की
बरसात में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
तेरे पास रौनकें थी
तेरे पास महफिले
तुझको मिल गयी जो तेरे
नसीब में थी मंजिले
तेरे पास रौनकें थी
तेरे पास महफिले
तुझको मिल गयी जो तेरे
नसीब में थी मंजिले
रास्ते पे रह गया मैं
दर्द ये भी सह गया मैं
भीड़ में भी लाखों तन्हाईयाँ थी
भीड़ में भी लाखों तन्हाईयाँ थी
मेरे साथ में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
मिल गए साहनु दर्द आ वल्ले
तेरे बिनतां रह गए कल्ले
तेरे नेहड़े विच शहनाइयाँ
मातम साड्डे दिल दे मोहल्ले
भीगता रहा मैं इन आँसुओं की
बरसात में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
हो ….!