Khairiyat (Hindi)

Khairiyat (Hindi)

खैरियत पूछो
कभी तो कैफियत पूछो
तुम्हारे बिन दीवाने का क्या हाल है
दिल मेरा देखो
ना मेरी हैसियत पूछो
तेरे बिन एक दिन जैसे 100 साल है
अंजाम है तय मेरा
होना तुम्हें है मेरा
जितनी भी हो दूरियाँ
फिलहाल हैं
ये दूरियाँ फिलहाल हैं
ओ..! खैरियत पूछो
कभी तो कैफियत पूछो
तुम्हारे बिन दीवाने का क्या हाल है
दिल मेरा देखो
ना मेरी हैसियत पूछो
तेरे बिन एक दिन जैसे 100 साल है

तुम्हारी तस्वीर के सहारे
मौसम कई गुजारे
मौसमी ना समझो
पर इश्क को हमारे
नजरों के सामने मैं
आता नही तुम्हारे
मगर रहते हो हर पल
मंजर में तुम हमारे
अगर इश्क से है मिला
फिर दर्द से क्या गीला
इस दर्द में जिंदगी खुशहाल है
ये दूरियाँ फिलहाल हैं
ओ..! खैरियत पूछो
कभी तो कैफियत पूछो
तुम्हारे बिन दीवाने का क्या हाल है
दिल मेरा देखो
ना मेरी हैसियत पूछो
तेरे बिन एक दिन जैसे 100 साल है
अंजाम है तय मेरा
होना तुम्हें है मेरा
जितनी भी हो दूरियाँ
फिलहाल हैं
ये दूरियाँ फिलहाल हैं