ख़ैरियत Lyrics In Hindi
ऐ दो जहाँ के मालिक
सुन ले मेरी गुज़ारिश
ऐ दो जहाँ के मालिक
सुन ले मेरी गुज़ारिश
मेरे जिगर के टुकड़े
के वास्ते ये ख्वाहिश
वो जहाँ भी जिस जगह हो
तेरा हाथ सर पे रखना
हरदम हर घड़ी हाँ
तू फिक्र उसकी करना
उसे ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
बस ख़ैरियत से रखना
कभी तेज़ धूप उसका
बदन जला ना पाए
हाँ कभी तेज़ धूप उसका
बदन जला ना पाए
कभी बारिशें भी उसको
बीमार कर ना पाए
हो लिहाफ़ तन पे उसके
तेरे हाथों से तू ढकना
उसको लगे ना ठोकर
इतना करम तू करना
उसे ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
बस ख़ैरियत से रखना
ख़ैरियत से रखना
ख़ैरियत से ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना
बस ख़ैरियत से रखना
उसे ख़ैरियत से रखना