Dil Tod Ke Hasti Ho Mera (Hindi)
सवाल एक छोटा सा था
जिसके पीछे ये पूरी जिंदगी बर्बाद कर ली
भुलाऊ किस तरह वो दोनों आँखे
किताबो की तरह जो याद कर ली
हेलो ..!
अभिषेक ! आज कृषिष की इंगेजमेंट है तुषार के साथ
हो तुम दे रही हो दिल में किसी और को जगह
लेकिन कोई ना चाहेगा तुमको मेरी तरह
क्या है कसूर मेरा जो दिल से उतर गया
मुड़ के भी ना देखा मुझे तुमने एक दफा
जैसे गई हो
ओ ओ ओ ..!
जैसे गई हो जाता है क्या कोई ऐसे छोड़ के
दिल तोड़ के
हो दिल तोड़ के हँसती हो मेरा
वफाये मेरी याद करोगी
हो फेर दो मुझसे आज निगाहे
अगर मेरे बाद करोगी
ओ दिल तोड़ के
हो दिल तोड़ के
वो तुम ही तो थी जो बार बार आके लगती थी गले मेरे
वो तुम ही तो थी जो बार बार आके लगती थी गले मेरे
वो भी तुम ही थी हर राज साथ जिसके दिन रात ढले मेरे
कहा गई तुम
ओ ओ ओ ..!
कहा गई तुम दर्द से मेरा रिस्ता जोड़ के
दिल तोड़ के
हो दिल तोड़ के हँसती हो मेरा
वफाये मेरी याद करोगी
ओ फेर लो मुझसे आज निगाहे
अगर मेरे बाद करोगी
ओ दिल तोड़ के
हो दिल तोड़ के
हो गलियों गलियों लिए फिरा मैं टुकड़ा टुकड़ा दिल
कास किसी ने पूछा होता कैसे उजड़ा दिल
हो गलियों गलियों लिए फिरा मैं टुकड़ा टुकड़ा दिल
ओ कास किसी ने पूछा होता कैसे उजड़ा दिल
कैसे भर दी
ओ ओ ओ …!
कैसे भर दी नदिया नाले आखे निचोड़ के
दिल तोड़ के
हँसती हो मेरा
वफाये मेरी याद करोगी
ओ फेर लो मुझसे आज निगाहे
अगर मेरे बाद करोगी
ओ दिल तोड़ के
हो दिल तोड़ के
सिर्फ दिल टुटा है साँस नहीं
धड़कनो में रवानी अभी बाकि है
प्यार का किस्सा ख़त्म हो गया तो क्या
ज़िन्दगी की कहानी अभी बाकि है
हाय दिल तोड़ के ..!