बरखा Lyrics In Hindi
आजा रे आ बरखा रे
कब से नहीं देखा रे
झोंका हवा का पुकारे
ग़म को बहा ले जा रे
पानी की छाँव में
बूँदों के पाँव में
बाँधे तू झांझरे हो हो
आजा रे आ बरखा रे
कब से नहीं देखा रे
झोंका हवा का पुकारे
ग़म को बहा ले जा रे
हो हो हो हो
बहा के ले जाना
दुख बीते कल के
गहरे हलके
पुराना धो जाना
आजा रे आ बरखा रे
मीठे तू कर दिन खरे
तेरी नज़र को उतारे
कब से नहीं देखा रे
आ आ.. आजा बरखा
बोलो क्या बोलूं
मैं ना तो क्या तू
तू ना हो तो
मैं क्या बोलूं
तू है तो मैं हूँ
आजा रे आ बरखा रे
कब से नहीं देखा रे
कब से नहीं देखा रे
आजा रे आ बरखा रे
पानी की छाँव में
बूँदों के पाँव में
Hmm… हो हो
आजा रे आ
बरखा रे
झोंका हवा का पुकारे
ग़म को बहा ले जा रे